
Home Loan Repayment vs SIP Investment: आज के दौर में जब घर या कार जैसी महंगी चीजों की खरीद जरूरी बन गई है, तब लोन लेना आम बात हो गई है। लेकिन जब अचानक एकमुश्त रकम हाथ लगती है तो सबसे बड़ा सवाल होता है – क्या इस रकम से होम लोन चुकाना बेहतर होगा या SIP में निवेश करना? यही है इस चर्चा का मूल विषय – Home Loan Repayment vs SIP Investment.
होम लोन चुकाना या निवेश करना – किसमें ज्यादा फायदा
लोगों की सोच आमतौर पर यही होती है कि लोन को जल्दी चुकाकर राहत पाई जाए। वहीं दूसरी ओर, कुछ लोग फाइनेंशियल प्लानिंग को प्राथमिकता देते हुए उसी रकम से लंबी अवधि का फंड खड़ा करने की सोचते हैं। दोनों ही फैसलों के अपने फायदे और नुकसान हैं, जो आपकी आर्थिक स्थिति, जोखिम लेने की क्षमता और लक्ष्य पर निर्भर करते हैं।
अगर पहले चुकाएं Home Loan तो क्या होगा
अगर आप तय करते हैं कि एकमुश्त रकम से Home Loan का प्रीपेमेंट किया जाए, तो इसका सीधा असर आपकी मासिक ईएमआई पर पड़ेगा। हो सकता है EMI कम हो जाए या लोन की अवधि घट जाए।
लेकिन, अधिकतर बैंकों की शर्तों के अनुसार, लोन जल्दी चुकाने पर प्री-क्लोजर चार्ज या अन्य शुल्क लगते हैं, जो आपकी बचत को कम कर सकते हैं।
हालांकि, लोन पूरी तरह निपटने के बाद आपके पास नियमित रूप से बचने वाला पैसा भविष्य में अन्य निवेशों में लगाया जा सकता है।
अगर पहले करें SIP Investment तो क्या होगा
वहीं दूसरी ओर, अगर आप इस एकमुश्त रकम को म्यूचुअल फंड की SIP में लगाते हैं, तो वहां आपको सालाना औसतन 12% तक का अनुमानित रिटर्न मिल सकता है।
इसके अलावा, कंपाउंडिंग इफेक्ट के चलते ये रकम आने वाले वर्षों में दोगुनी भी हो सकती है, जिससे आप भविष्य में पूरे लोन को एक साथ चुका सकते हैं।
हालांकि, SIP में मिलने वाला रिटर्न शेयर बाजार की चाल पर निर्भर करता है, इसलिए जोखिम भी बना रहता है।
उदाहरण से समझें फर्क
राम, एक सुरक्षित निवेश पसंद करने वाला व्यक्ति है। उसे स्कीम से एकमुश्त रकम मिली, जिसे उसने अपने होम लोन के प्रिंसिपल अमाउंट में समायोजित किया। इससे उसकी EMI में ₹3000 की कटौती हो गई।
दूसरी ओर, शाम शेयर बाजार में पहले से निवेश करता है। उसे हाल ही में लाभ हुआ, जिसे उसने SIP में लगाकर फ्यूचर फंड तैयार करने का फैसला लिया ताकि कुछ वर्षों बाद लोन से पूरी तरह मुक्ति पा सके।
Home Loan Repayment vs SIP Investment: क्या है समझदारी का फैसला
इस सवाल का कोई एक सही जवाब नहीं है। यह पूरी तरह आपके वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम उठाने की क्षमता और मानसिक संतुलन पर निर्भर करता है। अगर आप बाजार जोखिम से डरते हैं, तो लोन चुकाना बेहतर विकल्प हो सकता है। वहीं अगर आप फंड को लंबी अवधि में बढ़ते देखना चाहते हैं और थोड़ा जोखिम उठाने को तैयार हैं, तो SIP एक स्मार्ट मूव हो सकता है।
निष्कर्ष यही है Home Loan Repayment vs SIP Investment का चुनाव करते समय अपनी परिस्थिति और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर ही निर्णय लें। यही होगा फायदे का सौदा।
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